• Hindi Poetry | कविताएँ

    तुझे उड़ना है

    तुझे उड़ना है
    
    इस लिए नहीं
    कि तुझे पँख मिलें हैं
    
    तुझे उड़ना है
    
    इस लिए
    कि तेरे दिल में अरमान हैं
    
    तुझे उड़ना है
    
    इस लिए नहीं
    कि तुझे हौंसले मिलें हैं
    
    तुझे उड़ना है
    
    इस लिए
    कि ऊपर खुला आसमान है
    
    तुझे बढ़ना है
    
    इस लिए नहीं
    कि राहें मिलीं हैं
    
    तुझे बढ़ना है
    
    इस लिए
    कि मंज़िलें तेरी पहचान हैं
    
    तुझे बढ़ना है
    
    इस लिए नहीं
    कि साथी मिलें हैं
    
    तुझे बढ़ना है
    
    इस लिए
    कि तू खुद में एक कारवाँ है
    
    तुझे फलना है
    
    इस लिए नहीं
    कि तुझमें मातृत्व है
    
    तुझे फलना है
    
    इस लिए
    कि तू ही जीवन वरदान है
    
    तुझे फलना है
    
    इस लिए नहीं
    कि आज तुम्हारा है
    
    तुझे फलना है
    
    इस लिए
    कि तू है तो कल ये जहान है
    
    हाँ तुझे फलना है
    
    हाँ तुझे बढ़ना है
    
    हाँ तुझे उड़ना है
    
  • Hindi Poetry | कविताएँ

    तू है

    मेरी आदतों में मेरी ज़रूरतों में 
     मेरे दर्द में मेरी ख़ुशियों में
     मेरी शामों में मेरी हर सुबह में
     हर रोज़ के हर पल में
     मेरे होने में और न होने में 
     हर सूरत हर हाल में
     बढ़ती थमती साँसों में 
     गुज़रते वक़्त की चाल में
     मंदिर गिरजा की घंटियों में 
     शबद में आयतों में
     लक्ष्मी दुर्गा सरस्वती में 
     बेटी माँ सखी और संगिनी में
     तू है तो हूँ मैं 
     तू है तो हूँ मैं