तू है
मेरी आदतों में मेरी ज़रूरतों में मेरे दर्द में मेरी ख़ुशियों में मेरी शामों में मेरी हर सुबह में हर रोज़ के हर पल में मेरे होने में और न होने में हर सूरत हर हाल में बढ़ती थमती साँसों में गुज़रते वक़्त की चाल में मंदिर गिरजा की घंटियों में शबद में आयतों में लक्ष्मी दुर्गा सरस्वती में बेटी माँ सखी और संगिनी में तू है तो हूँ मैं तू है तो हूँ मैं
We (I) Owe You
Could have said these words any other day Not for tokenism but now is better than never they say So here’s to the women in our life To our mothers, teachers, friends, daughters and wife For all the times you were taken for granted For not always knowing what you wanted For the love you’ve unconditionally showered For all those tough times you were brave and someone was the coward A simple thank you cannot repay For holding up our world yesterday tomorrow and today