• Hindi Poetry | कविताएँ

    रंग

    इस रंग बदलती दुनिया से
    हमने भी थोड़ा सीख लिया
    कुछ दुनिया से  हमने रंग लिया
    और खुद को थोडा बदल लिया
     
    कभी किस्मत ने हमको गिरा दिया
    तो कभी वक़्त ने हमें सता दिया
    सब सोचें हमको क्या मिला
    हम सोचें कितना जान लिया
    जाने पहचाने चेहरों को
    भीतर से पढना सीख लिया
    सच और झूठ के फेरों में
    काले को कोरा कहना सीख लिया
     
    कुछ खुद को थोडा बदल लिया
    कुछ दुनिया को हमने रंग दिया
     
    इस रंग बदलती दुनिया से
    हमने भी थोड़ा सीख लिया