Dil Chahta Hai (दिल चाहता है)
इस दौड़ती थकाती ज़िंदगी से
एक पल चुराना ये दिल चाहता है
किसी भूले से पसंदीदा एक गीत के
दो बोल गुनगुनाना ये दिल चाहता है
बिन मतलब बंध जाते थे जो
ऐसे मीत ये दिल चाहता है
बिन मौसम बेइंतहा बरसती रहे जो
ऐसी प्रीत ये दिल चाहता है
ख़र्च अपने किसी शौक़ पे कर सकें
वो फ़ुरसत ये दिल चाहता है
चल पड़ें किसी रूमानी डगर पर
ऐसी हिम्मत ये दिल चाहता है
कथनी करनी में भेद ना हो जिनमें
वो बोल बोलना ये दिल चाहता है
मर्यादा जो मनसपूर्ण और सच्ची हो
वो लेना-देना ये दिल चाहता है
चाहत में जहाँ निजी स्वार्थ न हो
वो दुनिया ये दिल चाहता है
बिन माँगे पूरी करे जो सबकी दुआ
ऐसा ख़ुदा ये दिल चाहता हैHumsafar(हम)सफर
मीलों का ये सफ़र है
तेरे संग जो है तय करना
एक नहीं कई मंज़िलें हैं
तेरे साथ जिनको है पाना
मिलेंगे राहगुज़ार और भी हमें
कुछ मिलनसार कुछ बदमिज़ाज होंगे
कोई उकसायेगा कोई भटकायेगा हमें
जूझेंगे उनसे और हर सितम झेल लेंगे
मुश्किलें भी कई पेश आयेंगी
हालात हमारे ख़िलाफ़ होंगे
कुछ पल को राहें भी जुदा लगेंगी
मगर एक दूसरे को हम सँभाल लेंगे
सात कदम, सात जन्म, सात समंदर
मेरी नज़र में हर दूरी तेरी सोहबत में कम है
तू जहाँ वहीं चैन वहीं सुकून है दिल के अंदर
मोहब्बत और दोस्ती पाने नहीं निभाने का नाम हैतक़दीर
एक दिन तक़दीर रुबरू हुई
पूछने लगी कैसे हैं हाल
जवाब में खुद ही बोली
मैं तुम्हारी हूँ यही है कमाल
फिर बीते कुछ और दिन महीने साल
ज़िंदगी की किताब में बाब जुड़ते गए
होने लगा कुछ और यक़ीन उस मुलाक़ात पे
दौर कुछ और कुछ हसीं कुछ तंग गए
बस वो दिन था और एक आज है
हर गुज़रे पल की एहमियत पहचानते हैं
मिली थी जो उस दिन यकायक हमें
वो तक़दीर तुम हो बस ये जानते हैं
तुम ख़ुश रहो ख़ुशहाल रहो
हर दिन ये दुआ माँगते हैं
तुम्हारी हर ख़ुशी में है हमारी ख़ुशी
उस रोज़ से हम यही मानते हैंरिश्ता
न पूछो क्यों
बस इतना जान लो
ये रिश्ता गहरा है
दूरियाँ भले कितनी हों
तार जुड़े ही रहेंगे
ये रिश्ता गहरा है
वक़्त के पन्ने
चाहे जितने पलट लो
ये रिश्ता गहरा है
ख़याल मिले थे
दिल मिलते रहेंगे
ये रिश्ता गहरा है
एक उम्र निभाई है
एक उम्र का वादा है
ये रिश्ता गहरा हैSaath (साथ)
जब मंज़िलें धुंदली हों और जब रास्ते हो अनजाने क्या तुम साथ दोगे जब सासें फूलने लगे और चलना हो नामुमकिन क्या तुम साथ दोगे जब हौंसले हो तंग और जब हिम्मत न बन्धे क्या तुम साथ दोगे जब उम्मीदें जॉए बिखर और निराशा ही हाथ लगे क्या तुम साथ दोगे जब जेबें हो खाली और तेज़ भूक लगे क्या तुम साथ दोगे जब चिलचिलाती हो धुप और कहीं छाँव न दिखे क्या तुम साथ दोगे जब सब दामन चुरा लें और कोई मान न दे क्या तुम साथ दोगे जब सात वचन मैं लूँ ये और हाँ कह निभाऊँ उम्र भर उन्हें क्या तुम साथ दोगे
The Night Watchman
Dense fog hangs on Rather obstinately The underlying sense of gloom Is undeniable Rays of the morning sun Battle to sneak in The air feeble in its movement Struggles to rustle a leaf The embers have braved on Valiant in their heat They beat a cold night The ashes tell their tale The steaming cup of tea Signals a new day Dutybound or subservient He salutes with a morning wish Hope and need intertwine Need saying survive another day Hope nudging and telling him This too shall pass
Tijori (तिजोरी)
लम्हा लम्हा बीत रही है ज़िंदगी जीवन की अपनी ही एक ताल है वक्त की किसी से नहीं है बंदगी हाल-ए-जहाँ से बेवास्ता चाल है बचपन जवानी की चोटियाँ पीछे कहीं दूर छूठ गयीं ये अधेड़ उम्र की है वादियाँ बहती दरिया है, मोड़ आगे हैं कयीं कैसे ठहरें बस जायें किसी एक लम्हे में हम बिखरे पड़े हैं यादों के ढेरों मोती चमक है कुछ में और कुछ में है कम किसी लम्हे में सुबह, किसी में शाम नहीं होती भर तो ली है हमने यादों से तिजोरी वक्त के कहाँ हुए हम धनी हैं बाज़ार में माज़ी की क़ीमत है थोड़ी क्या मालूम बस सही परख़ की कमी है टिक टिक करता रहता है गजर मसखरी सुई भी ज़िद पे अड़ी है एक तू ही नहीं महफ़िल में बेख़बर ग़ौर कर ऐसे रईसों की भीड़ लगी है
I am YOU!
Perhaps it’s always been the case But I have begun to feel it more these days In important and in those little things In familiar yet in undescribable ways I notice it in the way I speak Even in the way I react to what I eat It manifests in my constant worry I have changed for sure and it’s bittersweet Each day I look in the mirror the feeling grows It causes me to miss you more and then not to There are no two ways about it, I am sure I was “me” now I am “you”
F.R.I.E.N.D.S – Family You Can Choose!
For most of us the growing up years of school are the times that we cherish. I bet many of us were asked to write essays on “My Best Friend”. Looking back at the years gone by, almost feel that friends are the family life lets you choose. Not to say that the I have complaints about the one I have (and no I’m not buttering up to my parents!!!).
I’m sure all of us have those cousins who irritate us no end and uncles who are snoots and aunts who’s son is better than you at everything. But when it comes to friends its different. These are people you’ve chosen to be with or those who have chosen you to be with. Either way it’s a two way street. When you’re with friends it doesn’t matter who picks up the tab after a couple of drinks at the pub. You don’t maintain books…most loans are on non-returnable basis! I guess what sets friends apart is the that there are no set expectations from friends…just that they are around.
My favourite friend moment was when a friend of mine called me and asked me what I was doing and when I said “Nothin” pat came the reply “Me too! Come over and we’ll do nothing together!!” That’s what friendship is all about. The ability to do nothing together! Who hasn’t spent endless hours just hanging around! Milkshake at ones place, followed by sandwiches at the next guys place.Having said that, with friends you don’t have to ask. We’ve all told those little lies for a friend. A little bit of truth bending. And no, friendship is not only about covering up its also about showing the way to the best of our capabilities. Yes, sometimes plans go horribly wrong.
Friendship is a spirit that does not age..you can press the pause button for days..months maybe even years and start from where you left off. Friendship is not only about reminisceing the moments spent together; it’s about creating one more moment every time you do!!!!
As John Lennon put it…”I get by with a lil help from my friends…”
I Believe
Sunlight streams through my window But fails to lighten up my dark corners The corners of my vacant heart Life just passed me by While I sat making other plans A long winding highway with pain at every bend A journey spent in waiting for the next milestone Just tunnels without any light at the end Good things come to those who wait they say How much longer? How much further? No stopovers, no goodbyes No fleeting moments stolen from life Lifes just a one way track headed nowhere Hope is the fuel I run on And I still wait because I believe Yes, I believe